Buddha Purnima 2024 – बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाया जाता है | बुद्ध पूर्णिमा कब है

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Buddha Purnima 2024 , Buddha Purnima In Hindi , बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाया जाता है? बुद्ध पूर्णिमा कब है – जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारे देश में कई तरह के त्योहार और उत्सव मनाए जाते हैं उन्हीं उत्सवों में एक है बुद्ध पूर्णिमा | बुद्ध पूर्णिमा हर साल वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है।

बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण त्यौहार है। बुद्ध पूर्णिमा को बुद्ध जयंती के रूप में भी मनाया जाता है| बुद्ध जयंती को भारत के अलावा अन्य कई देशों में मनाया जाता है, इस दिन लोग महात्मा बुद्ध की पूजा अर्चना करते हैं, और दान आदि करते हैं, साथ ही इस दिन लोग बुद्ध की बुद्ध के पवित्र ग्रंथ को पढ़ते हैं|,

आईए जानते हैं बुद्ध पूर्णिमा क्यों और कैसे मनाया जाता है , और 2024 में बुद्ध पूर्णिमा कब है?

Buddha Purnima In Hindi 

बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाया जाता है – Buddha Purnima In Hindi 

बुद्ध पूर्णिमा गौतम बुद्ध के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है | बैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध जयंती मनाई जाती है। कई कथाओं के अनुसार वैशाख की पूर्णिमा को ही गौतम बुद्ध का जन्म और ज्ञानोदय हुआ था,  और इसी दिन मोक्ष प्राप्त हुआ था। इसलिए वैशाख माह की पूर्णिमा को बौद्ध परंपरा के लोग बुद्ध जयंती बनाते हैं।

बुद्ध पूर्णिमा कब मनाया जाता है 

बुद्ध पूर्णिमा हिंदू / बौद्ध कैलेंडर के अनुसार वैशाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा की तारीख हर साल बदलती रहती है। लेकिन बुद्ध पूर्णिमा वैशाख महीने की पूर्णिमा को ही मनाई जाती है। 

महात्मा बुद्ध कौन थे 

महात्मा बुद्ध राजा शुद्योधन के पुत्र थे। राजा शुद्योधन इक्ष्वाकु वंश के शाक्य कुल के राजा थे। महात्मा बुद्ध की माता का नाम महामाया था। बुद्ध के जन्म के सातवें दिन महामाया का निधन हो गया था। गौतम बुद्ध का लालन पालन महामाया की छोटी बहन महाप्रजापति गौतमी ने किया था।

गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था। सिद्धार्थ गौतम का जन्म नेपाल के लुंबिनी गांव में हुआ था। विभिन्न पुरातात्विक विभाग के खोजो और बौद्ध धर्म ग्रंथो के अनुसार गौतम बुद्ध का जन्म 563 से 483 ईसा पूर्व में हुआ था। 

सिद्धार्थ गौतम का लालन पालन बचपन में राजशी ठाठ वाट में हुआ था। बचपन में एक साधु ने सिद्धार्थ गौतम की भविष्यवाणी की थी कि यह एक महान सम्राट और साधु बनेगा। साधु बनने की बात सुनकर राजा शुद्योधन ने राजकुमार सिद्धार्थ का लालन पालन बड़ी ही विलासिता से किया और उसे बाहरी दुनिया से दूर रखा गया ताकि राजकुमार धार्मिक जीवन से प्रभावित न हो पाए। 

जब राजकुमार 29 बरस का हो गया तब राजकुमार स्वयं ही राज्य के भ्रमण पर निकल गए और उसने वहां एक बीमा बीमार वृद्ध को देखा जो की बीमारी के कारण अत्यंत दुखी था, और कुछ दूर चलने पर उसने एक शव यात्रा देखी। गौतम बुद्ध ने चारों तरफ देखा की बहुत ही दुख ही दुख है|

कुछ आगे चलने पर उसने साधु को देखा जो शांत था। गौतम बुद्ध साधु के आचरण से बहुत ही प्रभावित हुए गौतम बुद्ध ने यह जानने की कोशिश की की इतने दुख के बावजूद वह साधु इतना शांत और सुखी कैसे हैं।

इसी सुख की तलाश में उन्होंने अपने घर का त्याग कर दिया और साधु बन गए| उन्होंने कई साल तपस्या के बाद उन्हें आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई इसके बाद उनके व्यवहार से प्रभावित होकर लोग उनसे दीक्षित होते रहे। इसी प्रकार बौद्ध धर्म की स्थापना हो गई।

बुद्ध पूर्णिमा कैसे मनाई जाती है 

बौद्ध समुदाय के कई सामुदायिक केंद्र होते हैं, जहां लोग बुद्ध पूर्णिमा या बुद्ध जयंती बनाते हैं| वहां सभी लोग इकट्ठे होकर पारंपरिक अनुष्ठान आदि करते हैं, बुद्ध की मूर्तियों की पूजा की जाती है, बुद्ध की पवित्र पुस्तकों को पढ़ते हैं।

लोग अपने घरों और समुदाय को फूल और रोशनियों से सजाते हैं, और शांति का वातावरण बनाए रखते हैं| बुद्ध पूर्णिमा के दिन लोग उपवास आदि रखते हैं, और ध्यान आदि करके अपने आत्म अनुशासन को बढ़ाते हैं|

कई लोग बौद्ध के पवित्र जगह जैसे – लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ आदि की यात्रा करते हैं| इस दिन लोग शुद्ध शाकाहार भोजन करते हैं, और भिक्षुओं को दान आदि देते हैं, और भिक्षुओं द्वारा दी गई उपदेशों को सुनते हैं, और अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रतिज्ञा करते हैं|

2024 में बुद्ध पूर्णिमा कब है 

साल 2024 में बुद्ध पूर्णिमा 23 मई गुरुवार को है। इस दिन आप भी महात्मा बुद्ध को याद करके उनकी शिक्षाओं को आत्मसात कर सकते हैं।

2025 में बुद्ध पूर्णिमा कब है

साल 2025 में बुद्ध पूर्णिमा 12 मई सोमवार के दिन पड़ेगा।

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निष्कर्ष 

आपने हमारे इस आर्टिकल में जाना कि बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाते हैं और कैसे मनाते हैं। हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा होगा आप हमारे इस आर्टिकल को अपने मित्रों में भी शेयर कर सकते हैं।  * धन्यवाद *

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ

 प्रश्न. 1 बुद्ध पूर्णिमा 2024 का समय क्या है?

उत्तर. 2024 में बुद्ध पूर्णिमा 23 मई गुरुवार को मनाई जाएगी। द्रिक पंचांग के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा वैशाख माह के पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। बुद्ध पूर्णिमा गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है।

प्रश्न. 2  बुद्ध पूर्णिमा में किसकी पूजा होती है?

उत्तर. बुद्ध पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध की भी पूजा होती है सनातन सनातन धर्म के अनुसार गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवा अवतार माना जाता है इसलिए बुद्ध पूर्णिमा को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से पूर्ण होता है इसलिए पूर्णिमा के दिन चंद्र देव को भी अर्थ देने की परंपरा है।

प्रश्न. 3  क्या बुद्ध पूर्णिमा पर सरकारी छुट्टी है?

उत्तर. बुद्ध पूर्णिमा एक राजपत्री अवकाश है जिस कारण अधिकांश राज्यों में सभी सरकारी कार्यालय बंद होते हैं।

प्रश्न. 4  क्या बुद्ध पूर्णिमा एक हिंदू त्यौहार है?

उत्तर. बुद्ध पूर्णिमा दुनिया भर के बौद्धों द्वारा बनाए जाने वाला है पवित्र त्यौहार है बुद्ध पूर्णिमा गौतम बुद्ध के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार इस वैशाख महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।

प्रश्न. 5  बुद्ध पूर्णिमा का दिन क्या नहीं खाना चाहिए?

उत्तर. बुद्ध पूर्णिमा के दिन मांसाहारी तामसिक भोजन जैसे मांस मछली अंडे आदि का सेवन नहीं करना चाहिए इस दिन मदिरा आदि से भी दूरी बनाए रखना चाहिए।