Rakshabandhan ka tyohar 2024 – रक्षाबंधन के त्यौहार का महत्व | रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाता है

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Rakshabandhan ka tyohar 2024,रक्षाबंधन के त्यौहार का महत्व,रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाता है,रक्षाबंधन के त्यौहार से संबंधित पौराणिक कथा –नमस्कार, इस आर्टिकल में हम आपको भाई-बहन के इस पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे अर्थात रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है, 2024 में कब मनाया जाएगा तथा इसके पीछे की पौराणिक कथाएं व इतिहास क्या है |

इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे इस आर्टिकल से आपके सामान्य ज्ञान में वृद्धि होगी तथा भारतीय संस्कृति के इस पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन के बारे में आपकी जानकारी में वृद्धि होगी इसलिए आप इस आर्टिकल के साथ बने रहिए |

Rakshabandhan ka tyohar 2023
Rakshabandhan ka tyohar 2024

Table of Contents

रक्षाबंधन के त्यौहार का महत्व :- Rakshabandhan ka tyohar 2024

रक्षाबंधन का त्यौहार प्रत्येक भारतीय के लिए एक विशेष त्यौहार होता है क्यों कि इस दिन बहन ने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है तथा भाई अपनी बहन उसकी रक्षा करने का वचन देता है यह भाई बहन का एक अद्भुत त्योहार है इस रक्षा सूत्र को राखी का गया था यह राखी कच्चे सूत से लेकर सोने या चांदी तक भी हो सकती है

इस त्यौहार का यह महत्व कि यह भाई बहन के संबंध को मजबूत बनाते हैं तथा इस दिन बहने चाहे कितनी भी दूर हो पर इस दिन वह भाई को जरूर राखी बनती है तथा बहने भगवान से अपने भाई की तरक्की वह उसकी सफलता की प्रार्थना करती है व भाई बहनों की रक्षा करने का वचन देता है | 

2023 में रक्षाबंधन कब था

30 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा इस दिन बुधवार था |

2024 में रक्षाबंधन का त्यौहार :- 

भाई-बहन के इस पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन को 2024 में श्रावण मास की पूर्णिमा अर्थात 19 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा इस दिन सोमवार है |

रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाता है :-

 भारत में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है यह प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है |

 रक्षाबंधन के त्यौहार से संबंधित पौराणिक कथा :-

 रक्षाबंधन का त्यौहार से संबंधित अनेक पौराणिक कथाएं है क्योंकि प्राचीन काल से ही भाई-बहन के संबंध की पवित्रता के लिए रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है

 1.माता लक्ष्मी- राजा बलि की कथा

राजा बलि पाताल का एक शक्तिशाली राजा था तथा वह 100 यज्ञ पूर्ण करके स्वर्ग को हासिल करना चाहता था इसलिए देवताओं ने भगवान विष्णु की प्रार्थना की इसलिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से दान में तीन पग जमीन मांग ली | तथा दो पग में ही धरती व आकाश आ गए थे |

इसलिए वचन के अनुसार राजा बलि ने तीसरा पद अपने सिर पर धारण किया इस प्रकार का व्यवहार देखकर भगवान अत्यंत प्रसन्न हुए तथा वरदान मांगने को कहा तो राजा बलि ने यह वरदान मांगा कि प्रत्येक क्षण भगवान उसके सामने रहे तो भगवान ने उसे यह वरदान दे दिया इस कारण माता लक्ष्मी ने राजा बलि को राखी बांधकर उपहार स्वरूप भगवान विष्णु को मांग लिया 

 2. द्रौपदी – भगवान कृष्ण की कथा :- 

राजसूय यज्ञ के दौरान भगवान कृष्ण ने शिशुपाल का अंत किया जिसके कारण भगवान की अंगुली में खून बहने लगा इसको देखकर द्रोपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा भगवान कृष्ण के अंगुली पर बांध दिया तथा इस साड़ी के टुकड़े के बदले भगवान ने चीरहरण के समय साड़ी देखकर द्रोपती की लाज बचाई

 इस प्रकार अनेक कथाएं प्रचलित है जिसमें भाई-बहन की पवित्र रिश्ते को बताया गया है तथा प्राचीन काल से ही भाई-बहन का रिश्ता अत्यंत पवित्र होता है तथा इसे सेलिब्रेट करने के लिए रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है

 

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 निष्कर्ष

इस आर्टिकल में आपको रक्षाबंधन के त्यौहार के बारे में संपूर्ण जानकारी मिली होगी क्योंकि इस आर्टिकल में रक्षाबंधन के त्यौहार के पीछे का इतिहास, महत्व वह 2023 में यह त्यौहार कब मनाया जाएगा इसकी संपूर्ण जानकारी है जो आपके सामान्य ज्ञान में वृद्धि करेगा अगर आपको इस आर्टिकल से संबंधित कोई विचार प्रस्तुत करने तथा कोई सुझाव देना हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय कमेंट के जरिए हमें बता सकते हैं |

                                                                                   धन्यवाद

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ               

Q.1 2024 में रक्षाबंधन का त्यौहार कब है?

Ans.  19 अगस्त को

Q.2 रक्षाबंधन का त्यौहार कौन सी तिथि को मनाया जाता है

Ans. श्रावण मास की पूर्णिमा को

Q.3 राजसूय यज्ञ के दौरान भगवान कृष्ण ने किसका वध किया था

Ans. शिशुपाल का 

Q.4 भगवान विष्णु ने राजा बलि का घमंड तोड़ने के लिए कौन सा अवतार धारण किया

Ans.  वामन अवतार

Q.5 राजा बलि कितने यज्ञ पूर्ण करके स्वर्ग हासिल करना चाहता था 

Ans. 100  यज्ञ